नक्षत्र दोष शांति पूजा - Welcome to Ujjain Mangal Puja | Ujjain Kalsarpdosh Puja

नक्षत्र क्या होते हैं?

हिंदू ज्योतिष में 27 नक्षत्रों का विशेष महत्व है। प्रत्येक व्यक्ति का जन्म किसी विशेष नक्षत्र में होता है, जिसे जन्म नक्षत्र कहा जाता है। यदि जन्म नक्षत्र अशुभ स्थिति में हो या उसमें कोई दोष हो, तो व्यक्ति के जीवन में बाधाएँ, मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएँ, आर्थिक संकट और पारिवारिक कलह हो सकते हैं। इन दोषों को दूर करने के लिए नक्षत्र शांति पूजा की जाती है।


नक्षत्र शांति पूजा के लाभ

स्वास्थ्य में सुधार – नक्षत्र दोष के कारण होने वाली बीमारियाँ कम होती हैं।
धन और समृद्धि में वृद्धि – आर्थिक समस्याएँ दूर होती हैं।
विवाह और संतान योग – विवाह में आ रही बाधाएँ समाप्त होती हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
मानसिक शांति और सुख-समृद्धि – जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
नकारात्मक ऊर्जा और शत्रु बाधा से मुक्ति – यह पूजा तंत्र-मंत्र दोष और बुरी नजर से भी बचाती है।


कब करनी चाहिए नक्षत्र शांति पूजा?

  • यदि कुंडली में नक्षत्र दोष हो और जीवन में बार-बार समस्याएँ आ रही हों।
  • विवाह, नौकरी, संतान या व्यापार में लगातार बाधाएँ आ रही हों।
  • नवजात शिशु के जन्म के तुरंत बाद, यदि उसका जन्म नक्षत्र अशुभ हो।
  • किसी भी महत्वपूर्ण कार्य से पहले, ताकि ग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हो।

निष्कर्ष

नक्षत्र शांति पूजा एक प्रभावशाली उपाय है जो जन्म नक्षत्र के दोषों को दूर करने में मदद करता है। यह पूजा व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सफलता, सुख-शांति और समृद्धि लाने में सहायक होती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में नक्षत्र दोष हो, तो उसे योग्य ब्राह्मण से नक्षत्र शांति पूजा करानी चाहिए ताकि जीवन की सभी परेशानियाँ समाप्त हो जाएँ और शुभ फल प्राप्त हों।

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